
निवाड़ी (मध्य प्रदेश)। ग्राम ढिमरपुरा, कुड़ार थाना क्षेत्र के सरपंच संजीव केवट (उम्र 38 वर्ष) की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। परिजनों और गांव के लोगों ने इसे हत्या करार देते हुए गहरी नाराजगी जताई है।
परिवारजनों के अनुसार संजीव केवट अपने चचेरे भाइयों बिहारी लाल और सतीश केवट के साथ झांसी से लौट रहे थे। रास्ते में उन्होंने एक होटल पर खाना खाया, जहां संजीव का मोबाइल छूट गया। जब ये तीनों ध्वानी पुल के पास पहुंचे तो संजीव को मोबाइल याद आया और वह अकेले वापस होटल की ओर लौट गए।
बताया जा रहा है कि होटल से लगभग 1 किलोमीटर पहले स्थित एक गौशाला के पास संजीव मृत अवस्था में मिले। काफी देर तक जब संजीव नहीं लौटे, तो उनके चचेरे भाई उन्हें ढूंढने निकले। सड़क किनारे शव मिलने पर पूरे गांव में हड़कंप मच गया।
परिवार का आरोप है कि संजीव की गांव में कुछ लोगों से पुरानी रंजिश चल रही थी और संभवतः उसी के चलते उनकी हत्या की गई है। शव पर केवल सिर में गंभीर चोट का निशान मिला है, जिससे परिजनों का कहना है कि यह एक्सीडेंट नहीं बल्कि सोची-समझी हत्या है। यदि यह हादसा होता तो शरीर के अन्य हिस्सों पर भी चोट के निशान जरूर मिलते।
घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और पंचनामा भर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। पुलिस का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही स्थिति स्पष्ट होगी।
घटना के बाद मौके पर पहुंचे जिला पंचायत सदस्य अमित राय ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचकर परिजनों और ग्रामीणों से बातचीत की। उन्होंने भरोसा दिलाया कि यदि यह हत्या है, तो दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। “हम पीड़ित परिवार के साथ हैं, पहले पोस्टमार्टम से सच्चाई सामने आने दें,” उन्होंने कहा।
संजीव केवट अपने पीछे पत्नी और दो बच्चे छोड़ गए हैं, जिनमें एक की उम्र 14 वर्ष और दूसरे की 19 वर्ष बताई गई है।
फिलहाल पूरे गांव में मातम पसरा हुआ है और लोग न्याय की मांग कर रहे हैं।


