फूड विभाग की चुप्पी,लापरवाही से पनप रहा कारोबार
गुरसराय(झाँसी)- सरकार द्वारा नकली गुटखा तंबाकू की अवैध बिक्री पर प्रतिबंध के बावजूद,बिक्री धड़ल्ले से जारी है।प्रशासन और उत्पाद विभाग की लापरवाही के कारण बेखौफ होकर नगर में नकली ब्रांडेड गुटखा बड़ी मात्रा में बनाया जा रहा है।गुटखा की मांग और मुनाफा को देखते हुए कई व्यापारी अवैध धंधे में उतर गए हैं।अवैध रुप से बने गुटखा को छोटे मालवाहकों से नगर,गांव और बाहर भेजा जा रहा है।कमीशन ज्यादा होने से दुकानदार भी इसकी बिक्री पर जोर दे रहे हैं।पिछले कुछ समय से अवैध गुटखा बनाने वाले व्यापरियों ने नगर सहित आसपास के क्षेत्र को अवैध गुटखा का हब बना रखा है।ऐसा नहीं है कि इसकी भनक संबंधित अधिकारियों को नहीं हो,इसके बाद भी अधिकारियों द्वारा इन पर कोई भी कार्रवाई नहीं की जा रही है।जिससे नगर सहित क्षेत्र में बेखोफ अवैध गुटखा बनाने और बेचने का कारोबार पनप रहा है।गुटखा माफियाओं के गुर्गे दुकानदारों के घर-घर जाकर होम डिलेवरी करते हुए व ग्रामीण क्षेत्रों में भी निजी वाहनों के माध्यम से अवैध गुटखा की सप्लाई की जा रही है।नकली गुटखे के सेवन से कई लोगों की सेहत बिगड़ रही है,लेकिन इसके बावजूद प्रशासन की ओर से कोई ठोस कदम नहीं उठाया जा रहा है। जनता ने मांग की है,कि प्रशासन जल्द से जल्द इस धंधे पर रोक लगाए और जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करे।जिम्मेदार विभागों की नाकामी से नकली गुटखा बेचने वालों के खिलाफ कार्रवाई का नामोनिशान नहीं दिख रहा।फूड विभाग की इस मुद्दे पर चुप्पी और लापरवाही की वजह से नकली गुटखा का व्यापार और फल-फूल रहा है।ऐसा लगता है,जैसे यह विभाग कुंभकर्ण की नींद सो रहा है।स्थानीय लोगों का आरोप है,कि विभाग की मिलीभगत के कारण यह धंधा इतने बड़े स्तर पर चल रहा है।
क्या कहता है,कानून ?
नकली गुटखा बेचना और उसके सेवन को बढ़ावा देना कानूनी रूप से अपराध है।फूड सेफ्टी एंड स्टैंडर्ड्स एक्ट के तहत ऐसे मामलों में कड़ी सजा का प्रावधान है।लेकिन इस कानून की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं। अब सवाल उठता है,कि प्रशासन कब जागेगा और कब इस अवैध धंधे पर लगाम कसेगा?समस्या का हल कब होगा?अब देखना यह है,कि प्रशासन कब तक इस मुद्दे पर ध्यान देता है,और नकली गुटखे के इस कारोबार पर कड़ी कार्रवाई करता है ?
