चकाडोरी धाम पर प्रसिद्ध संत और वेदाचार्य से लेकर बुंदेलखंड के प्रमुख लोग जुटेगे
गुरसराय(झाँसी)- अक्षय तृतीया का पर्व एवं भगवान श्री विष्णु जी के छटवें अवतार भगवान श्री परशुराम जी का जन्मोत्सव भव्यता से मनाया जायेगा।कार्यक्रम की जानकारी देते पं सार्थक नायक ने बताया अक्षय तृतीया पर श्री चकाडोरी धाम आश्रम पर विविध कार्यक्रम होंगे।इस दिन सभी भक्त अपने घर पर सायं सात बजे पांच दीप भगवान श्री परशुराम जी को समर्पित करेगे।कमेटी के अध्यक्ष अनुज द्विवेदी ने बताया कि भगवान श्री परशुराम जी किसी समाज विशेष के आदर्श नहीं है।वे संपूर्ण हिन्दू समाज के हैं,और वह चिरंजीवी हैं।उन्हें भगवान श्री राम जी के काल में भी देखा गया और भगवान श्री कृष्ण जी के काल में भी। उन्होंने ही भगवान श्री कृष्ण जी को सुदर्शन चक्र उपलब्ध कराया था। कहते हैं कि वे कल्कि काल के अंत में उपस्थित होंगे।ऐसा माना जाता है कि वे कल्प के अंत तक धरती पर ही तपस्यारत रहेंगे। पौराणिक कथा में वर्णित है कि महेंद्रगिरि पर्वत भगवान श्री परशुराम जी की तप की जगह थी और अंततः वह उसी पर्वत पर कल्पांत तक के लिए तपस्यारत होने के लिए चले गए थे। मान्यता है कि पराक्रम के प्रतीक भगवान श्री परशुराम जी का जन्म छः उच्च ग्रहों के योग में हुआ इसलिए वह तेजस्वी,ओजस्वी और वर्चस्वी महापुरुष बने।इस बार के कार्यक्रम में देश की वर्तमान स्थिति को देखते हुए देश और राष्ट्र निर्माण पूरी तरह मजबूत किया जा सके को लेकर देश के चोटी के संत और प्रमुख वेदाचार्य,ज्ञाताओं की उपस्थिति श्री परशुराम जन्मोत्सव पर अपने में एक नया संदेश जन-जन की सुख समृद्धि से लेकर देश और राष्ट्र के निर्माण के लिए कार्यशाला में प्रमुख बिंदु होंगे जो एक दुनिया में नजीर बनेगा।कार्यक्रम को भव्यता देने में युवा प्रकोष्ठ के अनुज द्विवेदी,सार्थक नायक,रमेश पटेरिया मिंटू,रोहित द्विवेदी,विशाल द्विवेदी,वरुणकांत त्रिपाठी,जे.जे.मिश्रा,हेमंत विदुवा,अश्वनी पस्तोर,अभिषेक चतुवर्दी,नितिन मिश्रा,राघवेंद्र मिश्रा सहित अन्य युवा साथी जुटे हुए हैं।
