संवाददाता सार्थक नायक
गुरसरांय (झांसी)- मानवीय सेवा का जिंदा उदाहरण और खास तौर से पुलिस विभाग के झांसी जनपद के पूंछ थानाध्यक्ष अरुण कुमार तिवारी ने एक जिंदा उदाहरण जो प्रस्तुत किया है वह सभी आम और खास लोगों के लिए नजीर बन गया है। थानाध्यक्ष अरुण कुमार तिवारी अपने पूंछ थाना में थे उसी दौरान उनकी नजर पूंछ थाना परिसर में बन रहे आवास कक्ष और विवेचना कक्ष में निर्माण में लगे मजदूरों के बच्चों पर पड़ी जो वहीं आसपास खेल रहे थे और मजदूरों के बच्चे थे वह झोपड़ी बनाकर आसपास रहकर मजदूरी करके गुजारा करते हैं उन बच्चों से थानाध्यक्ष अरुण कुमार तिवारी ने बातचीत की तो उनका दिल बातचीत दौरान मैं रहम आया और बच्चों से पढ़ाई लिखाई के बारे में चर्चा करने लगे उन्हें लगा वास्तव में उनकी उम्र इस वक्त स्कूल में शिक्षा ग्रहण करने की है लेकिन आज तक स्थिति ठीक ना होने से उनकी देखभाल करने बाला न होने के चलते और आर्थिक तंगी के चलते वह शिक्षा ग्रहण नहीं कर पा रहे हैं उन्होंने बच्चों से काफी दिलचस्पी के साथ बातचीत की और बच्चों को जब चर्चा दौरान जानकारी हुई की थानाध्यक्ष अरुण कुमार तिवारी हमारे लिए पढ़ाई के साधन उपलब्ध करा सकते हैं तो बच्चों ने भी काफी दिलचस्पी दिखाई और मानवीय पहल करते हुए सभी बच्चों को कॉपी, किताब,पेन पेंसिल दिलाकर कस्बा पूंछ में स्थित प्राथमिक विद्यालय मैं ले जाकर विद्यालय के प्रधान अध्यापक से आग्रह किया की बच्चों का दाखिला हो जाए इस पर उक्त शासकीय विद्यालय में सभी पांच बच्चों का दाखिला करा दिया गया और बच्चों की आवश्यक शिक्षण कार्य हेतु व्यवस्थाएं पूरी की गई और यह देखकर वही सभी बच्चों के चेहरे खिल गए और उन्हें लगा कि वास्तव में उन्हें भी सभी के समान शिक्षा से लेकर विकास के लिए जीने का अधिकार है उनकी खुशी का और उत्साह का एक अनूठा दृश्य देखने को मिला यह बच्चे जो है उनके नाम इस प्रकार है जिगर पुत्र रज्जू उम्र करीब 8 वर्ष, चाहत पुत्र रज्जू उम्र करीब 6 वर्ष, जीत पुत्र दीपू उम्र करीब 8 वर्ष, तमन्ना पुत्री दीपू उम्र करीब 6 वर्ष,दीपिका पुत्री बब्लू उम्र करीब 8 वर्ष जिनको स्कूल में एडमिशन दिलाकर समाज के जागरूक लोगों के लिए थानाध्यक्ष अरुण कुमार तिवारी ने मानवीय सेवा का जिंदा उदाहरण प्रस्तुत किया है जिससे उत्तर प्रदेश के झांसी जिले के थानेदार अरुण कुमार तिवारी की हर जगह सराहना हो रही है।