जिलाधिकारी के प्रयास से तोड़ी गई खनिज माफिया की आर्थिक कमर, 22 डंपर,4 एलएन्टी,11 पनडुब्बी बरामद,कार्रवाई पर टिकी जनता की निगाहें

संवाददाता सार्थक नायक

 

गुरसरांय (झांसी)। बुंदेलखंड की धरा पर बहुत बड़े भूभाग पर पानी का सबसे बड़ा स्रोत बेतवा नदी मानी जाती है लेकिन झांसी जिले के गरौठा तहसील और टहरौली तहसील क्षेत्र में बालू खनन माफियाओं द्वारा बेतवा नदी के प्राकृतिक स्वरूप को जहां पूरी तरह बर्बाद कर दिया है वही पानी संग्रह से लेकर बेतवा नदी के प्राकृतिक जलस्रोत को बालू खनन माफिया कहीं ना कहीं सत्ता से जुड़कर और खनन विभाग से लेकर पुलिस विभाग की बड़ी मिलीभगत इन खनन माफिया के आगे कहीं ना कहीं कानून व्यवस्था को ठेगा दिखा रही है लेकिन जिलाधिकारी झांसी के संज्ञान में जब मामला आया उन्होंने अवैध बालू खनन माफियाओं पर नकेल कसने के लिए सख्त कार्रवाई के लिए अपने अधीनस्थों को आवेशित किया जिसके फलस्वरूप आज 2 जून को शमशेरपुरा में बेतवा नदी का सीना छलनी करके सत्ता धारी बालू माफिया अवैध खनन करने में जुटे हैं,शमशेरपुरा बालू घाट का पट्टा झांसी जिलाधिकारी रविंद्र कुमार ने निरस्त कर दिया है, इसके बाद भी खनन माफियाओं की हिमाकत तो देखिए वह धड़ल्ले से अवैध खनन करने में लगे हुए हैं, ना तो उन्हें प्रशासन का भय है, और ना ही प्रदेश के ईमानदार मुख्यमंत्री का, शमशेरपुरा में नियमों को ताक पर रखकर प्रतिबंधित एलएनटी मशीन लिफ्टर, पनडुब्बी से अवैध खनन किया जा रहा है, बीच नदी में अवैध खनन करके बेतवा नदी की कोख उजाड़ने का काम किया जा रहा है, अवैध खनन का इससे बड़ा जीता जागता सबूत आपको और कहीं देखने को नहीं मिलेगा, जिस बालू घाट पट्टा ही निरस्त हो गया है उस घाट को अवैध रूप से चलाया जा रहा है वह भी सत्ताधारी दल के नेताओं की शह पर, इसमें सबसे बड़ी भूमिका झांसी के खनन विभाग की है, जिसकी जानकारी में यह बालू माफिया सक्रिय बने हुए हैं, अब इसे सत्ता का दबाव कहिए या पैसा कमाने की चाहत, कुछ चैनलों पर खबर प्रकाशित होने के बाद 10-12 पोकलैंड व पनडुब्बी मशीनें 20 से 30 डंफर को अवैध खनन खनन करते पकड़ा गया है। झांसी जिले के तेजतर्रार जिला अधिकारी रविंद्र कुमार के प्रयास से इस संबंध में बड़ी कार्रवाई की जा सकती है इसको लेकर आम जनमानस में आज पूरे दिन तरह-तरह की चर्चाएं बनी रही है कि क्या वास्तव में जिला प्रशासन से लेकर शासन द्वारा अब अवैध बालू खनन माफियाओं के विरुद्ध बाबा का बुलडोजर चलेगा क्योंकि गरौठा तहसील में इस समय बुंदेलखंड ही नहीं बल्कि उत्तर प्रदेश में टहरौली तहसील क्षेत्र से गरौठा तहसील क्षेत्र बेतवा नदी से अवैध कारोबारियों का काम चालू होता है और गरौठा तहसील क्षेत्र के ककरवई थाना अंतर्गत एरच थाना क्षेत्र गरौठा थाना क्षेत्र मैं बड़े पैमाने पर सत्ताधारी दल और खनन माफियाओं खनन विभाग के अधिकारियों संबंधित थाना क्षेत्र के पुलिस स्टाफ की मिलीभगत से अवैध कारोबार खूब फल फूल रहा है और प्राकृतिक जल श्रोत से लेकर प्राकृतिक धार्मिक पर्यटन स्थलों को नष्ट किया जा रहा है इस संबंध में अगर शासन के निर्देशों का धरातल पर शत-प्रतिशत पालन किया गया तो बड़े-बड़े सत्ताधारी दल के लोग से लेकर बालू माफिया और खनन विभाग के लोगों के नाम उजागर होने के साथ ही बहुत बड़ी कार्यवाही सामने आ सकती है अब देखना है जिला प्रशासन से लेकर शासन और क्या कार्यवाही करता है।

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