संवाददाता सार्थक नायक
*गरौठा* खड़ोरा के पाखनी माता मन्दिर पर चल रही कथा मे आज कथा ब्यास साध्वी अनुप्रिया मिश्रा ने भगवान की दिव्य रास लीला का वर्णन करते हुए कहा कि भगवान की महारास लीला साधारण स्त्री पुरुष के मिलन की लीला नहीं है यह जीवात्मा एवं परमात्मा के मिलन की लीला है।उन्होंने कहा कि समस्त गोपियाँ दिव्य आत्माएं है।परमात्मा रस स्वरूप है।दंडकारण्य के संत मिथलापुर की नारियां ,यज्ञ सीता सभी परमात्मा के रस का रसास्वादन करना चाहते है।वहीं निर्गुण ब्रम्ह सगुण कृष्ण रूप में अवतरित हुआ और अपने रस स्वरूप व्याकता का रसास्वादन गोपियों को कराया यही महारास है। संगीतमय भागवत कथा में ऑर्गन पर रब्बू अजनबी, ढोलक पर भगवान सिंह सकरार, पैड पर रविंद्र गोस्वामी ने संगत की।भागवत का मूल पाठ एवं पूजन आचार्य दीपेंद्र शास्त्री रावत खदरका,राघवेन्द्र शास्त्री ने किया।
कथा के आयोजक घासीराम मिश्रा पुरेत ने भागवत की आरती की।
इस मौके पर संगीत के गुरु बुंदेलखंड के प्रसिद्ध सितार बादक पं परशुराम पाठक,भानुप्रताप लंबरदार,सेक्टर संयोजक भाजपा सुमित पाठक,ओमप्रकाश सोनी,महेश तिवारी,अखिलेश मिश्रा, सरजू शरण पाठक, महेंद्र मिश्रा, नरेंद्र मिश्रा ,हेमंत मिश्रा,अखिलेश तिवारी, कन्हैया लाल मिश्रा शिबकुमार मिश्रा, दिनेश तिवारी, ओमप्रकाश मिश्रा,चाली महाराज, बिनोद तिवारी, बीरेन्द्र मिश्रा, बिटोली मिश्रा, ओमनारायण मिश्रा,राम शरण मिश्रा, सुरेश मिश्रा उदय भान मिश्रा, पनालाल मिश्रा, बिबेक मिश्रा, ब्रजेश तिवारी पियूष मिश्रा, सतराम नापित डॉ दशरथ प्रसाद,हरिमोहन गुप्ता, सुनील सेन आदि उपस्थित रहे।