संवाददाता सार्थक नायक
*गरौठा* ग्राम खडौरा मे पाखनी माता मन्दिर पर चल रही श्रीमदभागवत कथा में भगवान कृष्ण की बाल लीलाओं का वर्णन किया गया।कथा ब्यास साध्वी अनुप्रिया मिश्रा ने भगवान कृष्ण की बाल लीलाओं का वर्णन करते हुए कहा कि भगवान ने पूतना को देखकर अपने नेत्र बंद कर लिए थे,क्योकि पूतना कुपात्र थी और कुपात्र को देखने से बुद्धि दूषित हो जाती है,इसलिए भगवान ने उसको देखकर अपने नेत्र बंद कर लिए।उन्होंने माखन चोरी लीला का वर्णन करते हुए कहा कि भगवान के घर दूध दही की कमी नहीं थी, लेकिन ब्रज की प्रत्येक गोपी भगवान को अपने हाथों से माखन खिलाना चाहती थी,इसलिए भगवान ने गोपियों के मनोरथ पूर्ण करने के लिए माखन चोरी को माध्यम बनाया।
इसके अलावा गोवर्धन नाथ की कथा के माध्यम से कहा कि इंद्र का अभिमान नष्ट करने को भगवान ने गोवर्धन लीला की और ब्रज वासियों की इंद्र के कोप से रक्षा की।
संगीतमय भागवत कथा में ऑर्गन पर रब्बू अजनबी, ढोलक पर भगवान सिंह सकरार, पैड पर रविंद्र गोस्वामी एवं नाल पर कलूटे मास्टर ने संगत की।
कथा के आयोजक घासीराम मिश्रा पुरेत ने भागवत की आरती की।
इस मौके पर संगीत के गुरु बुंदेलखंड के प्रसिद्ध सितार बादक पं परशुराम पाठक
, मनोज यादव प्रधान,राजू मुखिया,राम सुमिरन मिश्रा, आचार्य दीपेंद्र महाराज खदरका, राघवेंद्र महाराज,सुमित पाठक,महेश तिवारी,अखिलेश मिश्रा, सरजू शरण पाठक, महेंद्र मिश्रा, नरेंद्र मिश्रा अखिलेश तिवारी, कन्हैया लाल मिश्रा शिबकुमार मिश्रा, दिनेश तिवारी, ओमप्रकाश मिश्रा,चाली महाराज, बिनोद तिवारी, बीरेन्द्र मिश्रा, बिटोली मिश्रा, अशोक मिश्रा, राम शरण मिश्रा, सुरेश मिश्रा उदय भान मिश्रा, पनालाल मिश्रा, बिबेक मिश्रा, ब्रजेश तिवारी पियूष मिश्रा, सतराम नापित डॉ दशरथ प्रसाद आदि उपस्थित रहे।