नगर आयुक्त की गठित टीम की रिपोर्ट के बाद मची अफरा-तफरी
गुरसरांय(झाँसी)- वर्ष 2020 में आवास योजना के अन्तर्गत नगर पालिका परिषद गुरसरांय क्षेत्र में बनवाए गए 372 आवासों का नगर आयुक्त/परियोजना निदेशक डूडा टीम से अचानक कराई गई जाँच ने होश उड़ा दिये हैं। इनमें से केवल 96 मकानों में ही पात्र लोग रह रहे हैं।जबकि 60 से अधिक मकानों पर अवैध कब्जेधारी काबिज हो गए हैं। यही नहीं,जो मकान खाली रिपोर्ट सार्वजनिक होने के बाद अब थे,वह जर्जर हो गये हैं। टीम की रिपोर्ट सार्वजनिक होने के बाद अब अफरा-तफरी की स्थिति है।नगर आयुक्त/परियोजना निदेशक डूडा आकांक्षा राणा ने अपर नगर आयुक्त रोली गुप्ता के नेतृत्व में एक कमिटि गठित की थी। इसमें नगर निगम के अधिशासी अभियन्ता द्वितीय को रखा गया था। टीम ने कार्यदायी संस्था सीएण्डडीएस यूनिट 36 जल निगम के स्थानीय अभियन्ता के साथ स्थलीय निरीक्षण किया। टीम ने जाँच रिपोर्ट में बताया कि 22 नवम्बर को जाँच की गई। इस दौरान बताया गया कि नगर पालिका को 26 दिसम्बर 2020 को 372 आवास मूलभूत सुविधाओं समेत दे दिये गये थे। पहले पाये गये 96 आवेदकों को आवण्टन पत्र दे दिये गये थे, 276 खाली होना चाहिये। स्थलीय निरीक्षण में पूर्व में आवण्टित 90 आवासों में आवण्टी रहते हुये पाये गये, 50-60 परिवार अवैध रूप से रह रहे हैं, जिनका नाम सत्यापन सूची में नहीं है। ऐसे परिवारों से आवास खाली कराए जाएं।आवासों की निरीक्षण करने पर और बुरी स्थिति दिखाई दी। बताया गया कि अधिकतर आवासों में खिड़की में काँच नहीं लगे हुये है। विद्युत फिटिंग-वार्ड वायर आदि नहीं है। कुछ आवास के दरवाजे खराब पाये गये। जबकि जाते समय आप द्वारा बिजली से उक्त योजना को हस्तगत किये सम्बन्धित सामग्री सीलिंग फैन, रेगुलेटर, ट्यूब लाइट विथ फिटिंग आदि सामग्री प्राप्त की गयी है, कार्यदायी संस्था ने बताया कि 110 सीलिंग फेन नगर पालिका में जमा कराए गए थे। परियोजना अधिकारी डूडा द्वारा नगर आयुक्त समेत अन्य अफसरों को रिपोर्ट सौंप दी गई है। इसके साथ ही नगर पालिका के अधिशासी अधिकारी से आख्या भी तलब की गयी है।


