झांसी। गरौठा के पूर्व विधायक दीपनारायण सिंह यादव के बयान से सियासत गरमा गई है। उन्होंने सपा मुखिया अखिलेश यादव से स्पष्ट कह दिया है कि वह विधानसभा का अगला चुनाव नहीं लड़ेंगे। बल्कि, पार्टी की जीत के लिए काम करेंगे। प्रदेश में सपा सरकार बनाना उनकी प्राथमिकता है।लोकसभा चुनाव में बुंदेलखंड की चार सीटों में से तीन पर सपा की अगुवाई में इंडिया गठबंधन जीत हासिल करने में कामयाब रहा था। केवल झांसी-ललितपुर सीट पर ही गठबंधन प्रत्याशी को हार का सामना करना पड़ा था। हार की समीक्षा के लिए शनिवार को अखिलेश यादव ने लखनऊ में झांसी और ललितपुर के नेताओं की बैठक बुलाई थी, जिसमें गरौठा के पूर्व विधायक दीपनारायण सिंह यादव ने पार्टी मुखिया से स्पष्ट रूप से कह दिया कि वह विधानसभा के टिकट के दावेदार नहीं हैं और अगला चुनाव नहीं लड़ेंगे, बल्कि पार्टी की जीत के लिए काम करेंगे। अखिलेश ने भी उनकी बात का कोई प्रतिवाद नहीं किया। जबकि, विधानसभा के अगले चुनाव के लिए गरौठा विधानसभा से दीपनारायण सिंह यादव को प्रबल दावेदार माना जा रहा था। क्षेत्र में भी वे लगातार सक्रिय बने हुए थे।बता दें कि दीपनारायण सिंह यादव की गिनती सपा के कद्दावर नेताओं में होती है। सपा के टिकट पर गरौठा से दो बार विधायक रह चुके हैं। जबकि, उनकी पत्नी मप्र के निवाड़ी से विधायक रह चुकी हैं। लेकिन, पिछले दो चुनावों में उन्हें हार का सामना करना पड़ा। मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में उन्होंने निवाड़ी किस्मत आजमाई, लेकिन सफलता हासिल नहीं कर पाए थे। जबकि, लोकसभा चुनाव में उन्होंने मप्र की खजुराहो सीट से पर्चा दाखिल किया था, जो खारिज हो गया था। इसके अलावा आय से अधिक संपत्ति के मामले में दीपनारायण की करोड़ों की संपत्ति कुर्कु की जा चुकी है। इस मामले में उन्हें जेल भी जाना पड़ा था।
गरौठा से ब्राह्मण चेहरा उतार सकती है सपा
गरौठा विधानसभा में समाजवादी पार्टी का मजबूत वोट बैंक है। हालांकि,अगले विधानसभा चुनाव में अभी काफी समय बाकी है, लेकिन गरौठा से सपा से ब्राह्मण चेहरा उतारे जाने की चर्चाएं अभी से जोर पकड़े हुए हैं। चर्चा है कि सपा यहां सोशल इंजीनियरिंग के फार्मूले के साथ चुनाव लड़ेगी।
आगामी विधानसभा चुनाव के लिए टिकट का मैं दावेदार नहीं हूं।लड़ाई अब चुनाव लड़ने की नहीं, बल्कि पार्टी को जीत दिलाने की है। अखिलेश यादव को मुख्यमंत्री बनाना है,ताकि गरीबों का भला हो सके। –
दीपनारायण सिंह यादव पूर्व विधायक गरौठा