संवाददाता सार्थक नायक
गुरसरांय (झांसी)। इस्लाम धर्म के पैगंबर हजरत मोहम्मद साहब की यौमे पैदाइश (जन्मदिन) पर सुबह से ही जुलूसे मोहम्मदी निकाला गया।पैगम्बर हजरत मोहम्मद साहब के यौमे पैदाइश बारावफात पर उत्सव का माहौल रहा। रात भर अंजुमनों ने जगह-जगह बनाए गए मंचों पर हजरत की शान में नातिया कलाम अंजुमनों ने पेश किए। इस दौरान अंजुमनों को इनामात से भी नवाजा गया। मुस्लिम बाहुल्य इलाके रौशनी में नहाये हुए थे। गुरुवार की सुबह से जुलूस ए मोहम्मदी निकाला गया।जुलूस जामा मस्जिद से शुरू होकर पुराने बस स्टैंड,बजरिया,मैन बाजार,कटरा बाजार,मोदी चौराहा,शहीदगंज,ईदगाह, सोमवार की हाठ होते हुए पुनः पुराने बस स्टैंड पहुंचकर समाप्त हुआ।जुलूस में जगह-जगह लंगर के स्टाल लगाकर जुलूस का स्वागत किया गया। इस मौके पर प्रमुख रूप से सदर पेश इमाम हाजी शहाबुद्दीन सिद्धकी,गायत्री परिवार के प्रमुख एडवोकेट सतीशचंद चौरसिया,युवा समाजसेवी नितुल व्यास,इकराम खान सहित सेकड़ो लोग मौजूद रहे।इस दौरान पुलिस भी दिनभर मुस्तैद रही और आला अधिकारियों ने पैदल गश्त कर मुस्लिम बंधुओं से मुलाकात की और उन्हें बारावफात की बधाई देते हुए सुरक्षा का भरोसा दिलाया।हजरत मोहम्मद साहब की पैदाइश का जश्न बुधवार रात से ही शुरू हो गया था। मुस्लिम बाहुल्य इलाकों में मस्जिदों, मजारों और घरों में रौशनी का इंतजाम किया गया था। ऐसा लग रहा था जिसे तारों की बारात जमीन पर उतर आयी हो अपने नबी के इस्तेकबाल में। छोटे-छोटे बच्चे इस्लामिक झंडे लिए चल रहे थे,और नातिया कलाम के साथ सरकार की आमद मरहबा का नारा गुंजायमान हो रहा था। उधर दुनिया में अमन चैन भाईचारे का संदेश देने वाले इस्लाम धर्म के पैगंबर मोहम्मद सल्लल्लाहो वाले वसल्लम के जन्मदिन के मुबारक मौके पर युवा समाजसेवी अख्तर राईन ने अपने युवा साथियों के साथ वृद्ध आश्रम पर वृद्ध लोगों एवं सरकारी अस्पताल में पहुंचकर मरीजों को फल वितरण किया। इस मौके पर रिहान खान बॉबी,सोहराब खान पठान,राजा चौहान,रिजवान खान,फक्कू भईया,सलमान खान,अमन खान,शरीफ,नवा मंसूरी,समीर अली,सानू भैया,महेंद्र फौजी,शान खान,अरमान मंसूरी,आशिक मंसूरी,मातादीन रजक,जमील मंसूरी,राज मंसूरी,बुल्ले राईन आदि लोगों मौजूद रहे।