संवाददाता सार्थक नायक
गुरसराय(झांसी)।सिद्ध स्थान चकाडोरी धाम पर चल रहे श्री राम महायज्ञ एवं भागवत कथा में भगवान कृष्ण की महारास लीला का वर्णन किया गया।आश्रम के महंत राकेश दास जी महाराज के सानिध्य में महंत नृसिंह दास जी महाराज की पुण्य स्मृति पर आयोजित श्री
श्री राम महायज्ञ में प्रातःकाल की बेला में यज्ञाचार्य आचार्य ज्ञानेंद्र शास्त्री जी अयोध्या द्वारा विधि विधान से वैदिक मंत्रों से यज्ञ का कराया जा रहा है।श्रीमद्भागवत कथा मलूक पीठ वृंदावन के आचार्य दीन बंधु दास जी महाराज ने श्रीमद्भागवत कथा के छठवें दिन महारास लीला की कथा सुनाते हुए कहा कि भगवान की महारास लीला दिव्य लीला है जिसमें बड़े-बड़े ज्ञानी मोहित हो जाते हैं उन्होंने कहा भगवान की महारास लीला साधारण स्त्री पुरुष का मिलन नहीं है वह जीव आत्मा एवं परमात्मा की मिलन की लीला है महारास लीला में कोई भी गोपी साधारण स्त्री नहीं है सभी आत्माएं हैं मिथिला पुर की नारियां यज्ञ सीता दंडी कारण के संत वेद की रचनाएं जो नीति नीति करके उस परमात्मा को प्राप्त नहीं कर पाते हैं वह सभी गोपियां बनकर ब्रज में अवतरित हुए और वही निर्गुण निराकार ब्रह्म सगुण साकार कृष्ण के रूप में अवतरित हुआ और अपने दिव्य स्वरूप का रसास्वादन गोपियों को कराया इसी का नाम महारास लीला है इसके पूर्व में उन्होंने चीरहरण के माध्यम से कहा कि यह आवरण बंद लीला है जीव आत्मा एवं परमात्मा के बीच में माया का आवरण पड़ा रहता है जिससे निकट रहते हुए परमात्मा को जीव नहीं पहिचान पाता।भगवान ने उसी आवरण रूपी चीर का हरण कर अपने व्यापक स्वरूप का ज्ञान गोपियों को कराया इसके बाद महारास में प्रवेश दिया
इसी क्रम में श्री राम कथा का वाचन अयोध्या के संत राम शरण व्यास जी महाराज ने श्री राम कथा का वर्णन करते हुए कहा कि राम चरित मानस जीवन जीने की कला सिखाती है।प्रत्येक गृहस्थ के घर श्री राम चरित मानस ग्रंथ का नित्य पाठ होना चाहिए ।उस घर मे हमेशा सुख समृद्धि बनी रहेगी।
रात्रि में राम लीला का मंचन किया जा रहा है।संचालन महंत राकेश दास जी महाराज ने किया।
इस मौके पर संगीत गुरु पं परशुराम पाठक,अखिलेश पिपरैया, डॉ शर्मिला सिंह, सुकदेव व्यास,कैलाश प्रकाश गुप्ता, सितार वादक पं सरजू शरण पाठक,पं महेश चंद्र विदुआ, सुरेश मिश्रा धनौरा,दादरी सरकार के मंत्र सियाशरणदास,रामसेवक शास्त्री,अनिल तिवारी,आत्माराम यादव,श्याम सिंह यादव,सत्यप्रकाश तिवारी,चंद्रप्रकाश द्विवेदी,अरविंद गुप्ता,विशाल आदि उपस्थित रहे।
जंगल में मंगल हुआ चकाडोरी धाम…….
गरौठा तहसील के प्राकृतिक रमणीय स्थल चकाडोरी धाम बुंदेलखंड का वर्तमान में अयोध्या और चित्रकूट के बाद यहां चल रहे श्रीराम महायज्ञ व श्रीमद् भागवत कथा और रात्रि में रामलीला मंचन मैं देश के सुप्रसिद्ध श्रीरामचरितमानस महाज्ञाता और श्रीमद् भागवत कथा के प्रमुख भागवताचार्य के साथ-साथ देश के प्रसिद्ध विभिन्न मंचों पर रामलीला का मंचन कर चुके प्रसिद्ध कलाकारों की प्रस्तुतिया को सुनने देखने अपने जीवन को धन्य जीवन की बैतरणी पार लगाने धार्मिक महासंगम में कई हजारों श्रद्धालुओं का जनसैलाब प्रतिदिन धार्मिक महासंगम मैं डुबकी लगा रहा है यह श्रद्धालु नर नारी बूढ़े जवान बच्चों के रूप में प्रतिदिन बुंदेलखंड के कोने-कोने से आ रहे हैं और चकाडोरी धाम के महंत राकेश दास जी महाराज का महा योगदान एक भविष्य में इतिहास के रूप में जाना जावेगा।