संवाददाता सार्थक नायक
गुरसरांय (झांसी)। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र गुरसरांय में पुराने तीन दशक से खंडहर भवन को जनता की बेहद मांग पर और स्वास्थ्य केंद्र में लोगों को बेड सुविधा चिकित्सा द्वारा उपलब्ध हो सके को लेकर झांसी के जिलाधिकारी रविंद्र कुमार के प्रयास से उक्त भवन को ध्वस्त कर 20 बेड का बेहतरीन अस्पताल स्वास्थ्य केंद्र परिसर में बनकर विस्तार का रूप ले चुका है लेकिन 1 महीने गुजर जाने के बावजूद स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की मॉनिटरिंग ठीक ना होने और उदासीनता के चलते उक्त भवन जनता के उपयोग के लिए अभी तक हैंडओवर होकर काम में नहीं लाया जा रहा है उधर कई दशकों बाद गुरसरांय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में महिला विशेषज्ञ डॉक्टर से लेकर कई विशेषज्ञ और काबिल डॉक्टरों की तैनाती में भी उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री बृजेश पाठक और झांसी जिले के जिलाधिकारी रविंद्र कुमार की समय समय पर बेहतरीन कार्यकुशलता से डॉक्टरों की व्यवस्था हो चुकी हैं। लेकिन यहां पर कंप्यूटरीकृत स्वास्थ परिक्षण की मशीनें लग जाने के बाद भी उनके देखभाल न होने के चलते महीनों से शासन की मंशा के अनरूप स्वास्थ्य सेवाओं का आम जनता को लाभ नही मिल पा रहा हैं। जबकि दूसरी ओर गरौठा और टहरौली तहसील का केंद्र बिंदु गुरसरांय होने के चलते गुरसरांय समेत दोनो तहसील क्षेत्र के दूरदराच क्षेत्र के मरीज सर्वाधिक ऑन रिकॉर्ड इलाज करने को गुरसरांय आते हैं।लेकिन स्वास्थ्य विभाग के जिले के आला अधिकारियों की उदासीनता से आम जनता को स्वास्थ्य सेवाओं का शासन की मंशा के अनुरूप लाभ नहीं मिल पा रहा है।
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महिला विशेषज्ञ तैनाती से अब नहीं जाना पड़ता है झांसी……
जिलाधिकारी झांसी रविंद्र कुमार और यहां के प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर ओपी राठौर के प्रयास से गुरसरांय स्वास्थ्य केंद्र में महिला विशेषज्ञ डॉक्टर के रूप में नेहा जोशी की तैनाती हो जाने से अब इस पिछले पिछड़े क्षेत्र और आर्थिक रूप से पिछड़े क्षेत्र की महिलाओं को महिला चिकित्सा की सुविधा उपलब्ध हो जाने से अब न तो आर्थिक संकट का बोझ झेलना पड़ता है। और झांसी या प्राइवेट चिकित्सा के लिए कहीं बाहर नहीं जाना पड़ता है जिसके चलते महिलाओं को प्रसव दौरान जो जान तक गवाना पढ़ती थी अब कठिन से कठिन प्रसव यहां आपातकाल में हो जाते हैं। जिसका विशेष श्रेय जिलाधिकारी झांसी रविंद्र कुमार को जाता है।
अब जल्द हो यह व्यवस्थाएं………
स्वास्थ्य केंद्र गुरसरांय में एक सफाई कर्मी और एक चौकीदार की जल्द से जल्द तैनाती के साथ 20 बेड का नया तैयार खड़ा अस्पताल हैंड ओवर कर जनता की सेवा में शुभारंभ किया जाए साथ ही कंप्यूटरीकृत लैब में जो भी अव्यवस्था है उसे तत्काल निस्तारण कर जनता को बेहतरीन स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान की जाए साथ ही अस्पताल में बनने वाले आयुष्मान कार्ड शत प्रतिशत पात्रों के बनवाए जाएं इसमें किसी प्रकार की हिला हवाली न हो जिससे केंद्र व राज्य सरकार की गरीबों को निशुल्क स्वास्थ्य सुविधा विषम परिस्थिति में मिल सके और कोई भी गरीब पैसे के अभाव में इलाज से वंचित न रह सके।